हिमालय की गोद म बस्यो
आपणो प्यारो देश नेपाल
सब स्यूँ प्यारो आपणो देश नेपाल ।
जिसक उत्तर म खड्यो हिमालो, दक्षिण में समतल भुमी
पूर्व म कलकल बहती मेची, पश्चिम में नदी महाकाली
ईसी देश म जन्मयो शान्ती को दुत गौतम बुद्ध आपणो
र व सदा माँ भवानी और पशुपति को आपण शिर प हाथ ।
उत्तर बरफ ढकी सुन्दर पहाडी
दक्षिण आपणो अन्न को भण्डार
फूल पेड़ पौदा को मनोहर दृश्य
मौसम हरदम मस्त सदाबहार ।
ब व गण्डकी कोशी कर्णाली बागमती
बनादेसी नेपाल न बिजली को भण्डार
अलग जात जाती भाषा भाषी को देश आपणो
अनेकता म एकता आपणा देश की पहिचान
झरझर करतो झरतो झरनो
झरना को मनोरम दृश्य अपार ।
तपोभुमी देवभुमी ऋषीयाँ को देश आपणो
सुन्दर शान्त बिशाल, आपणो देश नेपाल ।
हिमालय की गोद म, बस्यो आपणो देश नेपाल
आपणो देश नेपाल ।
(मारवाडी भाषामा लेखिएको कविता)
भद्रपुर–५